डॉ. देवर्षि शरण एक आध्यात्मिक साधक, 18 पुराणों, रामायण आदि के कथावाचक, वैदिक ज्योतिषी, संस्कृत शिक्षक हैं। जो 2004 से फलित ज्योतिष का शिक्षण एवं अध्यापन कर रहे हैं तथा 2001 में 14 वर्ष की आयु से ही श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का प्रचार कर रहे हैं।
उन्होंने पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की है। उन्होंने 2015 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 2009 से संस्कृत पढ़ा रहे हैं।
पीएचडी
नव्य व्याकरण और वेदांत
मास्टर डिग्री
नव्य व्याकरण (2009)
अद्वैत वेदांत (2017)
पुराण और इतिहास (2022)
फलित ज्योतिष